Lal Bahadur Shastri Quotes Biography in Hindi
2nd October 1904 ठीक गांधी जी के 35 साल बाद जन्मे श्री lal Bahadur Shastri ji. लेकिन आज 2 October को इनका जन्म दिन शायद ही किसी को याद रहता हो पर इनके सिंधांतो को आज भी लोग follow करते है। Lal Bahadur Shastri Quotes.
सिर्फ 2 साल Prime minister रहे शास्त्री जी पर आज भी जब भारत के Best Prime minister माने जाते है।
क्युकी शास्त्री जी जैसा कोई नहीं
Because you are the most honest prime minister of our country

Discrimination
वैसे तो शास्त्री जी का सही नाम तो Lal Bahadur Shrivastava था लेकिन इन्होंने अपना Sir Name त्याग दिया था। इन्होंने ऐसा इसलिए किया की वह Castism नहीं करना चाहते थे। तबसे उनका सिर्फ लाल बहादुर ही रह गया शास्त्री की उपाधि उन्हें बाद मै मिली। शास्त्री का मतलब होता है Scholar.
“The Name is Just a tag that traces your caste and caste leads to discrimination”

Introduction
इनका जन्म Uttar Pradesh के Varanasi से 7 मील दूर एक छोटे से town, Mughalsarai मै हुआ था। इनके पिता एक शिक्षक थे उनका नाम Munshi Sharda Prasad था। और उनकी माता Ram Dulari Devi थी। शास्त्री जी के परिवार मै शास्त्री जी उनकी बड़ी बहन Kailashi Devi और उनके माता पिता ही थे।
इन्होंने 1926 अपनी शिक्षा kaashi vidyapeeth Varanasi से Ethics and Philosophy की डिग्री प्राप्त की।
उनको Shastri का नाम उनकी Graduation Degree Complete करने के बाद मिला क्युकी उस समय सम्मान के लिए कहा जाता था।
अज़ादि की रक्षा केवल सैनिकों का काम नहीं है, बलकी पूरे देस को मज़बूत होना होगा ! – श्री लाल बहदुर शास्त्री जी
Love For Nation
जब वह मात्र 11 साल के थे तो उन्होंने 1915 मै गांधी जी एक स्पीच सुनी जिसमे गांधी जी ने जनता को समझा की हर देश का हर आदमी देश की आजादी मै केसे कुछ कुछ कर सकता है। तभी से शास्त्री जी के मन देशभक्ति के प्रति प्रेम हुआ। ओन्होंने तभी से ठान लिया था अब आने वाला पूरा जीवन मै अपने देश को देने वाला हु।
उन्होंने 1921 मै गांधी जी के साथ non–corporations movement join किया था उनको इसलिए लिए arrest भी कर लिया गया था उस movement के लिए। पर क्युकी उस समय वह minor थे तो उन्हे छोड़ दिया गया।

Dowry Tradition
1927 मै शास्त्री जी ने Lalita Devi से शादी की जो की Mirzapur की थी। शादी मै शाहत्री जी ने दहेज न लेकर पूरे देश के लिए Example set कर दिया पूरे देश के लिए। उन्होंने सिर्फ एक चर्खा और कुछ खादी dowry मै लिए थे।
हालांकि शहरी जी की शास्त्री जी के घर की आर्थिक स्थिति उतनी अच्छी नहीं थी। शास्त्री जी हमेशा से दहेज प्रथा के खिलाफ थे।
Freedom Struggle
1930 से उन्होंने अपने अप को पूरी तरह देश को आजादी दिलाने के लिए जुट गए। उन्होंने गांधी के साथ Salt Satyagraha मै शामिल हुए। और लगभग 3 साल तक वह जेल मै रहे इस आंदोलन की वजह से।
1940 मै भी फिर से 1 साल के लिए जेल मै बिताना पड़ा Satyagraha आंदोलन को support करने के कारण।
महात्मा गांधी ने 8 August 1942 मै Quite India Movement शुरू किया उसी समय शास्त्री जी जेल से निकले ही थे। जैसे ही इन्हें Quite India Movement के बारे मैं पता चला शास्त्री जी उसने भी शामिल हो गए
After Independence
शास्त्री जी ने Prime minister बनने से पहले कई और काम भी किए।
Prime minister बनने से पहले शास्त्री जी Minister of Police, Railways और भी कई जहहो पर काम किया था।
1956 मै Tamil Nadu मै जब एक Railway accident हुआ था जिसमे लगभग 150 लोग की जान चली गई थी। तब शास्त्री जी ने सारी जिम्मेदारी अपने ऊपर ली और अपनी पद से इस्तीफा दे दिया।
उसके बाद 1957 मै शास्त्री जी ने Minister of Transport and Communications के पद पर काम किया। इसी के साथ साथ शास्त्री जी ने Ministry of Commerce and industry, Minister of Home, Committee on prevention of Curruption की पद पर भी काम किया।
1964, 27 May को Pandit Jawaharlal Nehru जी के दिहंत के बाद Prime minister के लिए पहले Indira Gandhi को बोला गया लेकिन उन्होंने माना कर दिया। उसके बाद शास्त्री जी को देश का Second Prime minister बनाया गया। शास्त्री जी का बचपन जवानी और अंतिम समय तक वह देश के लिए सभी लोगो के बहूत insipirational रहा।
Prime minister बनने के बाद उन्होंने कई ऐसे काम किए जो जमशा याद रखे जाएंगे। इन्होंने प्राइम मिनिस्टर बनने के बाद Green Revolution पर काम किया : 22 दिन की भारत पाकिस्तान को लड़ाई हुई। जन लड़ाई चल रही थी इस समय खाने की बहुत problem चल रही थी भारत मै अकाल पड़ चुका था।

तब Prime minister जी ने कहा था “हमे (पूरे देश को) दो लोग की बहुत जरूरत होती है एक जवान की ओर दूसरा किसान की। अगर हम लोग उन्हें सपोर्ट करेंगे तो हमेशा हमारे लिए खड़े रहेंगे।इसी के चलते शास्त्री जी ने नारा दिया “जय जवान जय किसान” ।
उन्होने यह भी कहा था अगर हम एक time खाना खाते है तब भी हमारे जवानों को खाना पहुंचेगा और अगर जरूरत पड़ी तो मैं खुद आकर अनशन पर बैठुंगा।
शास्त्री जी ने साफ तौर से कहा था अगर किसी भी तरह से भी पाकिस्तान मै Force घुसी तो उसे हमारी force से ही सामना करना पड़ेगा। किसी भी तरीके का negotiation नही किया जाएगा। इस लड़ाई मै पाकिस्तान को अपना बहुत नुकसान हुआ उसमे अपना बहुत सारा Area भी गवा दिया।
जबतक Line of Control पर Ceasefire Line नही करी गई तबतक यह लड़ाई जारी रही।
Tashkent

जब Ceasefire के Declaration के लिए शास्त्री जी Tashkent (Former USSR, Now in Modern Uzbekistan) गए थे।
शास्त्री जी और पकिस्तान के President Muhammad Ayub Khan ने दोनो ने मीटिंग की। और 10 January 1966 को Signature किया।
उसके अगले ही दिन बताया गया को शास्त्री जी को दो Heart Attack पहले ही आ चुके थे और उस दिन रात करीब 1:32 Am को एक और Heart Attack आया और उनकी मृत्यू हो गई।
हालाकि इसके बाद उनकी मृत्यु को लेकर काफी विवाद भी हुए। शास्त्री जी की पत्नी ने भी कहा उनकी मृत्यु Heart Attack से नही उन्हे जहर दिया गया है।
शास्त्री जी की Body भी अगले दिन नीली हो चुकी थी जो की इसी और इशारा करते है की उनकी मृत्यु हार्ट अटैक से नही हुई।
उनकी मृत्यु के लिए Russian Butler को भी Suspicion के तौर पर उसपर charges भी लगाए गए। पर वह साबित नही हुए।
उनकी मृत्यु आज तक भी मिस्ट्री जी है।