मै आपकी गलतियों का विरोध करना नही छोडूंगा लेकिन मैं आपको अपनी गलतियों के विरोध करने के अधिकार को भी छोड़ने नही दूंगा ।
Information About Atal Bihari Vajpayee in Hindi
अटल जी का जन्म Gwalior मै 25 Dec 1924 को हुआ। इनके पिता Krishna Bihari Vajpayee और माता Krishna देवी थी। इनके पिता एक गांव मै शिक्षक थे।
अटल जी अपनी B.A की Degree Victoria College (Gwalior) से की और M.A की Degree इन्होंने DAV College, Kanpur से की। इन्होंने LLB की पढाई भी की थी पर पत्रकारित के चलते उन्हें छोड़नी पड़ी।
अटल जी साम्यवाद (Equality) मै विश्वास करते थे। 1949 मै Baba Sahab Amte से प्रभावित होकर के RSS से जुड़े। गांधी जी के साथ कई भारत छोड़ो आंदोलन मै भी जुड़े उस समय आंदोलन के कारण ही अप लगभग 25 जेल मै भी रहे थे। और वही घटना के कारण अटल राजनीती में आए।
1971 के समय में Indira Prime minister बनी थी। और हमेशा कहती थी
गरीबी हटाओ गरीबी हटाओ लेकिन वहा East Pakistan, West Pakistan के झगड़ो मै फस गई। जन Indira Gandhi ने प्रयास किया तो भारत पर 4 तरफ से attack हुआ। Pakistan के 3000 जवान थे और भारतीय सिर्फ 120 जवान थे केवल पाकिस्तान के 3000 जवान पूरे टैंक लेकर के खड़े थे। उसके बावजूद भारतीय सेना चारों तरफ से दुश्मनों को हरा स्की।
Indira Gandhi ऐसा इसलिए कर पाई क्युकी Vajpayee जी बोले ये देश की बात है आप चिंता मत करिए। हालांकि विपक्ष Indira Gandhi को तंग करना चाहता था। लेकिन vajpayee जी ने कहा जब देश बात की आ गई है तो सब चुप रहेंगे हमारा सारा विपक्ष मिलकर आपको support करेगा।
ऐसा नहीं थे Vajpayee जी जैसे आज कल के नेता है। जहा पूछा जाए Surgical Strike का proof दिखाओ। कोई प्रूफ नही मांगा वहा पर। प्रतिपक्ष होने के बावजूद विपक्ष आपके साथ खड़ा रहेगा
हास्य मै, रूदानो मै, तूफानों मै, अमर असंख्यक बलिदानों में,
उद्यानों में, वीरानों में, अपमानों मैं, सम्मानों में,
उन्नत मस्तक, उभरा सीना, पीड़ाओं मैं पलना होगा।
कदम मिलाकर चलना होगा , कदम मिलाकर चलना होगा।
अटल जी पहले non congress prime minister बने जिन्होंने 5 साल पूरे किए इससे पहले न जाने कितनी सरकारें बनी और बिगड़ी। यह एक ऐसे व्यक्ति थे जो अंको साथ लेकर चलते थे। लोगो की Ideology Different , objective different aspiration different पर ये उनको जोड़ देते थे। जन इन्होंने NDA Government जब उन्होंने बनाया तब 24 अलग ideology वाली 24 पार्टियों को साथ मै लिया और सरकार बनाई। वाजपाई जी का मानना था Purpose Position से ज्यादा बड़ा है।
1994 मै जब कश्मीर मुद्दे पर UN मै पकिस्तान की Prime minister Benazir Bhutto ne भारत के विरुद्ध भाषण दिया था वहा पर Article 370 और कश्मीरियों को भारत की सरकार परेशान कर रही है ऐसा बहुत कुछ शिकायत की। और उस समय भारत मै Shree Narsim Rao जी की सरकार थी। Narsim Rao ने तब विपक्ष के नेता वाजपाई जी को बुलाया और कहा आप Ganeva डेलिगेशन करने जाएंगे UN. Atal जी अपने भाषणों से किसी का भी मन मोह लेते थे। और यह देख Benazir Bhutto कहती हैं। भारत का लोकतंत विचित्र लोकतंत्र है जहा विपक्ष का नेता सरकार का पक्ष रखने आया है।
दुश्मन बनो तो ऐसा बनो की
आपका दुश्मन भी आप पर अपने दोस्त से ज्यादा भरोसा करे
सत्ता का खेल तो चलेगा। सरकारें आयेंगी जाएंगी। पार्टी बनेगी बिगड़ेगी
लेकीन ये देश रहना चाहिए।
Vajpayee जी वोट मांगते हुए सामने वाले की नीतियों बार कठौर परहर तो करते थे पर पब्लिक मै आकर बोले मैं आई आदमी नही हु जो Congress ki 50 साल की उपलब्धियों पर पानी फेर दू। ऐसा करना देश के पुरशात पट पानी फेरना होगा। Vajpayee जी सामने वाले के अच्छे काम Recognize करना जानते थे उसकी कमियों को भी उजागर करना जानते थे। कहते थे अगर मैं आई बोल की 50 साल कुछ नही हुआ तो देश के किसान के साथ अन्याय होगा मज़दूर के साथ ज्याक्ति होगी।
Vajpayee जी जीवन भर भ्रमचारी रहे वह अपना पूरा जीवन देश की सेवा मै समर्पित करना चाहते थे। और कहते थे शादी इस राह मै सबसे बड़ी बाधा है।
25 December 2014 को Vajpayee जी को भारत रत्न से सम्माना गया। खुद President Pranab Mukherjee Unhe Bharat Ratna Award देने उनके घर गए।
और 16 August 2018 ko वह इस दुनिया को अलविदा कह कर चले गए।
मैं मन भर जिया, मै मन से मरू।
लौटकर आऊंगा कूंच से क्यों डरूं।
25 December का दिन देश मै Good Governance के नाम से मनाया जाता है।